Tuesday, October 30, 2018

हनुमान जी की स्तुति

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन
पावक ग्यानघन।
जासु ह्रदय आगार बसहिं
राम सर चाप धर॥१॥

अतुलितबलधामं
हेमशैलाभदेहं,
दनुजवनकृशानुं
ज्ञानिनामग्रगण्यम्
सकलगुणनिधानं
वानराणामधीशं,
रघुपतिप्रियभक्तं
वातजातं नमामि!!
गोष्पदीकृतवारीशं
मशकीकृतराक्षसम्।
रामायणमहामालारत्नं
वन्देऽनिलात्मजम्॥४॥

अञ्जनानन्दनं वीरं
जानकीशोकनाशनम्।
कपीशमक्षहन्तारं
वन्दे
लङ्काभयङ्करम्॥५॥

महाव्याकरणाम्भोधिमन्
थमानसमन्दरम्।
कवयन्तं रामकीर्त्या
हनुमन्तमुपास्महे॥६॥

उल्लङ्घ्य सिन्धोः
सलिलं सलीलं यः
शोकवह्निं
जनकात्मजायाः।
आदाय तेनैव ददाह लङ्कां
नमामि तं
प्राञ्जलिराञ्जनेयम्॥
७॥

मनोजवं
मारुततुल्यवेगं
जितेन्द्रियं
बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं
वानरयूथमुख्यं
श्रीरामदूतं शरणं
प्रपद्ये॥८॥

आञ्जनेयमतिपाटलाननं
काञ्चनाद्रिकमनीयविग्
रहम्।
पारिजाततरुमूलवासिनं
भावयामि
पवमाननन्दनम्॥९॥

यत्र-यत्र
रघुनाथकीर्तनं
तत्र-तत्र
कृतमस्तकाञ्जलिम्।
बाष्पवारिपरिपूर्णलोच
नं मारुतिं नमत
राक्षसान्तकम्॥१०॥

Tuesday, October 23, 2018


एक गणिका ने सुलझायी अनोखी पहेली

एक पंडित जी कई वर्षों तक काशी में शास्त्रों का अध्ययन करने के बाद गांव लौटे। पूरे गांव में शोहरत हुई कि काशी से शिक्षित होकर आए हैं और धर्म से जुड़े किसी भी पहेली को सुलझा सकते हैं।
 
शोहरत सुनकर एक किसान उनके पास आया और उसने पूछ लिया- पंडित जी आप हमें यह बताइए कि पाप का गुरु कौन है?
 
प्रश्न सुन कर पंडित जी चकरा गए, उन्होंने धर्म व आध्यात्मिक गुरु तो सुने थे, लेकिन पाप का भी गुरु होता है, यह उनकी समझ और ज्ञान के बाहर था।
 
पंडित जी को लगा कि उनका अध्ययन अभी अधूरा रह गया है। वह फिर काशी लौटे। अनेक गुरुओं से मिले लेकिन उन्हें किसान के सवाल का जवाब नहीं मिला।
 
अचानक एक दिन उनकी मुलाकात एक गणिका (वेश्या) से हो गई। उसने पंडित जी से परेशानी का कारण पूछा, तो उन्होंने अपनी समस्या बता दी।
 
गणिका बोली- पंडित जी ! इसका उत्तर है तो बहुत सरल है, लेकिन उत्तर पाने के लिए आपको कुछ दिन मेरे पड़ोस में रहना होगा।
 
पंडित जी इस ज्ञान के लिए ही तो भटक रहे थे। वह तुरंत तैयार हो गए। गणिका ने अपने पास ही उनके रहने की अलग से व्यवस्था कर दी।
 
पंडित जी किसी के हाथ का बना खाना नहीं खाते थे। अपने नियम-आचार और धर्म परंपरा के कट्टर अनुयायी थे।
 
गणिका के घर में रहकर अपने हाथ से खाना बनाते खाते कुछ दिन तो बड़े आराम से बीते, लेकिन सवाल का जवाब अभी नहीं मिला। वह उत्तर की प्रतीक्षा में रहे।
 
एक दिन गणिका बोली- पंडित जी ! आपको भोजन पकाने में बड़ी तकलीफ होती है। यहां देखने वाला तो और कोई है नहीं। आप कहें तो नहा-धोकर मैं आपके लिए भोजन तैयार कर दिया करूं।
 
पंडित जी को राजी करने के लिए उसने लालच दिया- यदि आप मुझे इस सेवा का मौका दें, तो मैं दक्षिणा में पांच स्वर्ण मुद्राएं भी प्रतिदिन आपको दूंगी।
 
स्वर्ण मुद्रा का नाम सुनकर पंडित जी विचारने लगे। पका-पकाया भोजन और साथ में सोने के सिक्के भी ! अर्थात दोनों हाथों में लड्डू हैं।
 
पंडित जी ने अपना नियम-व्रत, आचार-विचार धर्म सब कुछ भूल गए। उन्होंने कहा- तुम्हारी जैसी इच्छा, बस विशेष ध्यान रखना कि मेरे कमरे में आते-जाते तुम्हें कोई नहीं देखे।
 
पहले ही दिन कई प्रकार के पकवान बनाकर उसने पंडित जी के सामने परोस दिया। पर ज्यों ही पंडित जी ने खाना चाहा, उसने सामने से परोसी हुई थाली खींच ली।
 
इस पर पंडित जी क्रुद्ध हो गए और बोले, यह क्या मजाक है ? गणिका ने कहा, यह मजाक नहीं है पंडित जी, यह तो आपके प्रश्न का उत्तर है।
 
यहां आने से पहले आप भोजन तो दूर, किसी के हाथ का पानी भी नहीं पीते थे, मगर स्वर्ण मुद्राओं के लोभ में आपने मेरे हाथ का बना खाना भी स्वीकार कर लिया। यह लोभ ही पाप का गुरु है।

Friday, October 19, 2018

2 दिन में सीख जाएंगे बिजनेस का A to Z, सरकार दे रही है ट्रेनिंग

मिनिस्‍ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्‍योरशिप के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्‍योरशिप एंड स्‍मॉल बिजनेस डेवलपमेंट (निसबड) ने 27 व 28 अक्टूबर को दो दिन के प्रोजेक्ट ट्रेनिंग प्रोग्राम की घोषणा की है। इसका विषय How to start your own business है। इसके लिए 4720 रुपए की फीस निर्धारित की गई है। इस प्रोग्राम में बिजनेस शुरू करने से लेकर बिजनेस संचालन के सभी पहलुओं की जानकारी दी जाएगी।


निसबड के एक अधिकारी ने बताया कि छोटे कारोबारी बिजनेस शुरू कर तो देते हैं लेकिन बिजनेस मैनेजमेंट स्किल न होने के कारण वे या तो विफल हो जाते हैं या तरक्‍की नहीं कर पाते। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में उन्‍हें बिजनेस शुरू करने से लेकर, उसके मैनेजमेंट, फंड जुटाना, सरकारी विभागों से संपर्क करना, मार्केट की नब्‍ज पहचानना, मार्केटिंग के बारे में न केवल जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्‍हें यह भी बताया जाएगा कि कैसे वे रोजमर्रा की इन जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। 

क्‍या होगा खास 
ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान अपने क्षेत्र में बिजनेस की संभावना की पहचान करना, उद्यमिता की क्‍वालिटी डेवलप करना, प्रोजेक्‍ट से संबंधित पर्यावरण संबंधी मुद्दों को निपटाना, प्रोजेक्‍ट और प्रोडक्‍ट की पहचान करना, प्रॉफिट देने वाला प्रोजेक्‍ट तैयार करना, बिजनेस के प्रबंधन के गुर और  सामाजिक जिम्‍मेवारियों के बारे में बताया जाएगा। 

सीखेंगे बिजनेस  प्‍लानिंग 
इस प्रोग्राम के दौरान आप स्‍मॉल बिजनेस प्‍लानिंग के टिप्‍स भी सीखेंगे। आपको मार्केट सर्वे के तरीके, प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट कैसे बनाई जाए और स्‍टार्ट अप की बेसिक समस्‍याओं के बारे में बताया जाएगा। ट्रेनिंग वर्कशॉप में मार्केट में अवसर और कॉम्पिटीशन का असेसमेंट, प्रोजेक्‍ट की फाइनेंशियल फिजीबिलिटी का विश्‍लेषण करने के भी टिप्‍स दिए जाएंगे। 

स्‍मॉल बिजनेस मैने‍जमेंट स्किल 
अक्सर छोटे कारोबारियों के साथ यह देखा जाता है कि वे बिजनेस तो शुरू कर देते हैं, लेकिन मैनेजमेंट और फाइनेंस की जानकारी न होने के  कारण काफी दिक्‍कतें होती हैं। इसलिए इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान आपको छोटे बिजनेस के प्रबंधन की बेसिक जानकारी दी जाएगी। साथ ही, आपको कॉस्टिंग और अकाउंटिंग की भी जानकारी दी जाएगी। आप कैसे फंड इकट्ठा कर सकते हैं, मार्केटिंग कर सकते हैं व टैक्‍स का प्रबंधन कैसे करें, इनकी भी बारीकियां बताई जाएंगी।  

लीगल बिजनेस स्‍ट्रक्‍चर 
बिजनेस करने के इच्‍छुक लोगों को इस वर्कशॉप में सोल प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप, कॉरपोरेशन, कॉपरेटिव, एस. कॉरपोरेशन, लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी के बारे में बताया जाएगा। साथ ही, उन्‍हें बिजनेस के रेग्‍युलेटरी रिक्‍वायरमेंट्स की भी जानकारी दी जाएगी। 

कैसे करें अप्‍लाई
अगर आप इस प्रोग्राम में हिस्‍सा लेना चाहते हैं तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं और फॉर्म में दिए पते पर जमा करा सकते हैं या दिए गए फोन नंबर पर बात भी कर सकते हैं
लीगल बिजनेस स्‍ट्रक्‍चर 
बिजनेस करने के इच्‍छुक लोगों को इस वर्कशॉप में सोल प्रोपराइटरशिप, पार्टनरशिप, कॉरपोरेशन, कॉपरेटिव, एस. कॉरपोरेशन, लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी के बारे में बताया जाएगा। साथ ही, उन्‍हें बिजनेस के रेग्‍युलेटरी रिक्‍वायरमेंट्स की भी जानकारी दी जाएगी। 

आगे पढ़ें : कैसे करें अप्‍लाई 
कैसे करें अप्‍लाई 
अगर आप इस प्रोग्राम में हिस्‍सा लेना चाहते हैं तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं और फॉर्म में दिए पते पर जमा करा सकते हैं या दिए गए फोन नंबर पर बात भी कर सकते हैं। https://www.niesbud.nic.in/docs/2018-19/Programmes/October/edp-on-how-to-start-own-business-27-oct-2018.pdf
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Wednesday, July 25, 2018

मोदी सरकार ने पास किया नया कानून फ्यूजिटिव इकोनॉमिक अफेंडर्स ऑर्डनैंस

मोदी सरकार ने पास किया नया कानून फ्यूजिटिव इकोनॉमिक अफेंडर्स ऑर्डनैंस




यह अध्‍यादेश आर्थिक अपराध कर देश छोड़कर भागने वाले लोगों की संपत्ति को जब्त करने का अधिकार देता है। इस अध्यादेश को केंद्रीय कैबिनेट ने इसी साल अप्रैल में अपनी मंजूरी दी है। बता दें कि इससे पहले मार्च में बजट सत्र के दौरान इसे बिल के रूप में लोकसभा में पेश किया था हालांकि गतिरोध के चलते इसे पास नहीं कराया जा सका था। इसी के बाद सरकार ने इसे अध्‍यादेश के तौर पर लागू करने का फैसला किया। इस अध्‍यादेश के बाद आर्थिक अपराध करके देश छोड़कर भागने वाले विजय माल्‍या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे लोगों की संपत्ति जब्‍त की जा सकेगी। 

दरअसल मोदी सरकार की ओर से पारित फ्यूजिटिव इकोनॉमिक अफेंडर्स ऑर्डनैंस (आर्थिक अपराध करने वाले भगोड़ों से जुड़ा अध्‍यादेश) ने माल्‍या को भारत आने पर मजबूर कर दिया है। वापस नहीं आने की दशा में यह अध्‍यादेश अधिकारियों को माल्‍या की सारी संपत्ति  (देश-विदेश चल-अचल) जब्‍त करने का अधिकार देता है। आइए जानते हैं कि इस कानून के बारे में और माल्‍या नहीं आए तो उनके साथ आखिर क्‍या है।   


किसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी?अध्यादेश के प्रावधान के मुताबिक, फाइनेंशियल फ्रॉड कर रकम चुकाने से इनकार करने वालों पर इसके तहत कार्रवाई होगी। आर्थिक अपराध में जिनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया हो। 100 करोड़ रुपए से ज्यादा बकाया वाले बैंक लोन डिफॉल्ट का मामला है । ऐसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों की सभी तरह की संपत्तियां (देश-विदेश चल-अचल) बेचकर भी कर्ज देने वालों की भरपाई की जा सकेगी।

भगोड़ा घोषित करने की कार्रवाई कौन करेगा?
अध्यादेश के प्रावधान के मुताबिक, डायरेक्टर या डिप्टी डायरेक्टर स्तर का अधिकारी किसी आरोपी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर सकेगा। इसके लिए विशेष अदालत में याचिका देनी होगी। इसमें आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत देने होंगे। 

ईडी ने पहली कार्रवाई माल्‍या के खिलाफ ही की 
बता दें कि अप्रैल में इस अध्‍यादेश के प्रभाव में आने के बाद ईडी ने सबसे पहली कार्रवाई माल्‍या के खिलाफ ही की। इस साल जून में ईडी ने स्पेशल प्रिवेंशन मनी लॉन्डरिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट में अर्जी देकर माल्‍या को फ्यूजिटिव इकोनॉमिक अफेंडर घोषित करने की मांग की थी। ईडी की याचिका पर मुंबई में भगोड़े कारोबारी को समन भेजकर 27 अगस्त तक पेश होने के लिए कहा था। ईडी की यह याचिका 9 हजार करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड केस से संबंधित थी। इसी के बाद माल्‍या ने भारत आने की इच्‍छा जाहिर की। 

माल्‍या के पास 6 हफ्ते का समय 
फिलहाल माल्‍या के पास कोर्ट में पेश होने के लिए 6 हफ्ते का समय है। अध्‍यादेश के मुताबिक, आवेदन मिलने के बाद स्पेशल कोर्ट आरोपी को 6 हफ्ते के अंदर पेश होने के लिए नोटिस जारी करेगा। अगर आरोपी तय जगह पर पेश हो जाता है तो कोर्ट भगोड़ा आर्थिक अपराध बिल के तहत कार्रवाई नहीं करेगा। माना जा सकता है कि जब्‍ती से बचने के लिए माल्‍या इस अवधि के भीतर ही कोर्ट में पेश हो सकते हैं।